Saturday, 26 August 2023

पिछले जन्म के अधूरे कर्म और केतु -एक ज्योतिषीय विश्लेषण how to know our past life karma

पिछले जन्म के अधूरे कर्म और केतु -एक ज्योतिषीय विश्लेषण (how to know our past life karma)

नमस्कार मित्रो , 
 आज के लेख में हम चर्चा करेंगे हमारे की किस तरह से केतु हमारे पिछले जन्म के अधूरे कर्मो के बारे में जानकारी देता है आजकल अधिकांश लोगो के मन में एक जिज्ञासा रहती है की पिछले जन्म के कौन से कर्म है जो अधूरे रह गए है या फिर ऐसे कौन से कर्म है जिनका परिणाम हम आज भुगतना पड़ रहा है जैसा की हम सब सब जानते है की जीवन के आगे बढ़ने के लिए सबसे जरूरी है इच्छा और मुक्ति हमारा जीवन इन्ही दोनों चीजों के बीच झूलता रहता है ज्योतिष में राहु इच्छा को दर्शाता है और केतु मुक्ति को इसलिए कलयुग में राहु और केतु की प्रसांगिकता और बढ़ जाती है ज्योतिष में राहु और केतु छाया ग्रह माने जाते है इसलिए अपनी इच्छापूर्ति के लिए राहु केतु को समझना बहुत जरूरी है इच्छा तभी पूरी होगी जब आप अपने पिछले जन्म के अधूरे कर्मो से मुक्त हो जाओगे या यूँ समझ सकते है की राहु अगर ताला है तो केतु उसकी चाभी 



अब कुंडली के माध्यम से समझते है की केतु किस तरह से हमारे अधूरे कर्मो को दर्शाता है 

 यदि कुंडली के पहले भाव में केतु हो - पिछले जन्म में आपके स्वयं से संबधित कर्म अधूरे होंगे जैसे पिछले जन्म में आप किसी चीज की खोज में थे या आपने अपने लिए कोई लक्ष्य बनाया था और उसे पूरा नहीं कर पाए तो इस जन्म में कुंडली केतु अच्छा हुआ तो आप पूरी तन्यमता से कार्यों को करेंगे अन्यथा केतु आपको कार्य ठीक से पूरा नहीं होने देगा 

 यदि दूसरे भाव में केतु हो-पिछले जन्म में अपने परिवार ,धन ,वाणी से सम्बंधित कार्य अधूरे होते है , इस जन्म में आपके ऊपर अपने परिवार की जिम्मेदारी बहुत होगी , 

यदि केतु तीसरे भाव में हो तो आपके अपने छोटे भाई बहनो से सम्बंधित,सेना,साहस ,खेल से सम्बंधित कार्य अधूरे रहते है 
  यदि केतु चौथे भाव में हो तो आपके अपनी माँ ,भूमि ,वाहन से सम्बंधित कार्य अधूरे रहते है 

 यदि केतु पांचवे भाव में हो तो शिक्षा ,संतान से सम्बंधित कार्य अधूरे होते है 

 यदि केतु छठे भाव में हो तो रोग, ऋण और शत्रु से सम्बंधित मतलब रोग ,ऋण और शत्रु से आपको सबसे ज्यादा भय लगेगा 
 यदि केतु सप्तम में हो तो अपनी पत्नी से सम्बंधित कार्य अधूरे होंगे मतलब इस जन्म में आपको अपनी पत्नी पर बहुत ध्यान देना होगा , 

यदि केतु आठवे भाव में हो अनुसन्धान,ससुराल ,तंत्र, से सम्बंधित कार्य अधूरे होंगे

 यदि केतु नवम में हो तो पिता ,धर्म से सम्बंधित कर्म अधूरे होंगे 


 यदि केतु दशम में हो तो ऐसे लोग कुछ अलग करना चाहते है और करियर में बहुत बदलाव होते है और अपने कर्मो के प्रति भय बना रहता है 

 यदि केतु ग्यारहवे में हो तो अपनी आय से ,बड़े भाई बहनो ,बहु के प्रति दामाद के प्रति कार्य अधूरे होंगे
 
 यदि केतु बारहवे में हो तो आपके भोग और मोक्ष से सम्बंधित कर्म अधूरे रह सकते है 

 यहाँ पर हमने कुंडली में केतु की सारी स्थितियों के बारे में चर्चा की है आप भी अपनी कुंडली खोले और देखे की आपकी कुंडली में केतु किस भाव में बैठा हुआ है फिर मेरे इस लेख को पढ़े और देखे की आपके भी कौन से कर्म अधूरे है क्या आप भी वही कर्मो को पूरा कर रहे है 
इस  लेख से सम्बंधित  जिज्ञासा के लिए टिप्पणी  करे 


कुंडली के भावों को समझने के लिए आप हमारा दूसरा लेख भी पढ़ सकते है 

 पूरा लेख पढ़ने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद्

Sunday, 18 September 2022

how to use LO shu Grid ,Lo shu grid (चीन में प्रचलित एक ज्योतिषीय विधि)


Lo shu grid (चीन में प्रचलित एक ज्योतिषीय विधि)  

नमस्कार मित्रों , 
आज के लेख में मैं ज्योतिष के सम्बन्ध में एक बहुत रोचक विधि साझा करने जा रहा हूँ आशा करता हूँ की आप सबको बहुत पसंद आएगी, Lo shu grid लोशु ग्रिड - यह चीन में प्रचलित एक ज्योतिष प्रिडिक्शन विधि है जिसमे केवल आप के जन्म तिथितिथि की जरूरत पड़ती है यह ३*३ वर्ग पर आधारित प्रिडिक्शन विधि है जिसमे अंकों का स्थान नहीं बदला जाता उसे कैसे भी जोड़ो योगफल १५ आता है इसमें केवल ये देखा जाता है की आपकी जन्म तिथि के अनुसार कौन सा अंक उपस्थित है, अनुपस्थित या उसकी कितनी बार पुनरावृत्ति हुयी है उसी के आधार पर व्यक्ति का भविष्यफल किया जाता है अब मैं आपको उद्धहरण सहित समझाता हूँ की कैसे इस विधि का उपयोग करना है नीचे दिया गया चित्र लो शु ग्रिड का है अपनी जन्म तिथि के अनुसार इस ग्रिड को भरना है
उदाहरण :जन्म तिथि 01 -01 -1985 सबसे पहले हमें मूलांक निकालना होगा जो की 0 +1 =1 फिर भाग्यांक जो की 0 +1 +0 +1 +1 +9 +8 +5 =25 =२+५ =7 जन्मतिथि में उपस्थित अंक - 1 ,1 ,1 ,9 ,8 ,5  ,1 ,7 शून्य को नहीं शामिल करना है जन्म तिथि में अनुपस्थित अंक २,३,४,६ अब इन अंको को ऊपर दिए लोशु ग्रिड में भरना है  ग्रिड में अंक भरने के बाद का चित्र नीचे दिया गया है 

इस ग्रिड के अनुसार व्यक्ति को धन सम्पति ,विवाह ,स्वास्थ्य ,मित्रों आदि  के सम्बन्ध में कुछ कमी हो सकती है

 क्यूंकि व्यक्ति के जन्म तिथि में २,३,४,६  अंक अनुपस्थित है 

सनद रहे यह बहुत ही बेसिक जानकारी है केवल जिज्ञासा पूरी करने के लिए कम्पलीट एनालिसिस के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पंहुचा जा सकता है 

वैसे तो लो शु ग्रिड बहुत बड़ा टॉपिक है फिर भी मैंने उसका एक बेसिक रूप मैंने यहाँ प्रस्तुत किया है 

आशा करता हूँ की आप सभी को समझ में आ गया होगा आप सभी इस विधि को अपनी जन्म तिथि पर आजमा कर देखिये 

धन्यवाद 






Saturday, 16 July 2022

How to know mental disorder in palm हस्त रेखा और मानसिक रोग



नमस्कार मित्रो,
बहुत दिनों बाद मैं अपना नया लेख प्रस्तुत कर रहा हूँ आशा करता हूँ की पिछले लेखो की भांति इस लेख से भी आप सब बहुत लाभान्वित होंगे 
 जैसे जैसे भौतिकता बढ़ती जा रही है वैसे वैसे हमारा जीवन तो आसान होता जा रहा किंतु उसके साथ साथ समस्याएं भी बढ़ती जा रही है जिसका प्रभाव सीधा हमारे मानसिक स्वाथ्य पर पड़ रहा है जिसके फलसवरूप तनाव, ड्रिप्रेशन ,क्रोध ,चिडचिड़पन ,बैचनी ,अवसाद आदि हो रहे है यदि समय रहते इन्हे नहीं पहचाना गया तो धीरे धीरे ये हमारे मष्तिस्क की सोचने समझने की क्षमता तो प्रभावित  कर देते है और इंसान को एक लूप में फंसा देते है जिससे निकलना आसान नहीं होता क्यूंकि ये सब हमारे मस्तिष्क के द्वारा बनाया गया मायाजाल होता है
अब बात करते है की हथेली में ऐसी कौन की रेखाएं और चिन्ह होते है जो ये इशारा करती है की आपको मानसिक परेशानी हो सकती है 
  1. यदि मस्तिष्क रेखा बहुत झुकी हुयी हो और चंद्र पर्वत जा रही हो ऐसे लोग बहुत संवेदनशील और कल्पनाशील होते है 
  2. यदि मस्तिष्क  रेखा शनि पर्वत के नीचे कटी फटी या टूटी फूटी हो ऐसे लोग अक्सर दुखी और अवसाद में  है 
  3. यदि जीवन रेखा के अंदर से रेखाएं मस्तिष्क रेखा तो काट रही हो 
  4. यदि मस्तिष्क रेखा पर द्वीप का चिन्ह हो 
  5. यदि मस्तिष्क रेखा से कई शाखाये मंगल पर्वत पर जा रही  हो और इन रेखा पर लाल बिंदु हो तो व्यक्ति अनिंद्रा का भी शिकार होता है 
  6. यदि शनि  पर्वत पर जाली या  ग्रिल जैसे चिन्ह हो
  7. यदि शनि पर्वत पर वृत्त का  चिन्ह हो 
     ये सब चिन्ह होने पर व्यक्ति लगातार मानसिक परेशानियों,विकारो   से जूझता   रहता है 
उपाए :
१. एक स्वथ्य दिनचर्या 
२. रोजाना व्यायाम 
३.योग 
४ प्राणायम 



 


 

Saturday, 29 February 2020

Mantra for enhancing self confidence(आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए मंत्र )

आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए मंत्र -


नमस्कार मित्रों ,आज के लेख  में हम बात करेंगे मंत्र जाप से हम कैसे अपना आत्मविश्वास बढ़ा सकते है इस सन्दर्भ में बहुत सारे वैदिक मंत्र उपलध है सबसे पहले हम समझेंगे की मंत्र कब असर करते है मंत्र तभी काम करेगा जब आपके पास ज्ञान होगा बिना ज्ञान के मंत्र आपके अंदर आत्मविश्वास नहीं भर सकता मंत्र उन लोगो पर काम करेंगे जिन्हे ज्ञान तो बहुत है पर उसे प्रदर्शित करने में उन्हें डर लगता है या यूँ कह सकते है की कोई भी नया काम करने से डरते है केवल मंत्र जाप से ही  आत्मविश्वास नहीं बढ़ सकता उसके लिए आपको  समय के साथ साथ अपनी योग्यता भी बढ़ानी होगी ,योग्यता के साथ मंत्र जाप आपके आत्मविश्वास में चार चाँद लगा देगा 
अब जानते है की वो मंत्र क्या है -
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए मंत्र


 मंत्र है                        " ॐ हनुमते नम: | "

                           "OM HANUMATE NAMAH"

प्रयोग विधि :
 सबसे पहले आपको अपने मन में अपना उद्देश्य निर्धारित करना है की आप किस लिए इस मंत्र का जाप कर रहे है कितने दिनों तक करेंगे ये भी निर्धारित करना है 
फिर जब आप इस मंत्र को करें तब आप को कल्पना करनी है की हनुमान जी का आशीर्वाद आपको प्राप्त हो रहा है और और आपका अभीष्ट उद्देश्य सफल हो रहा है 

Wednesday, 26 February 2020

cross on jupiter mount(गुरु पर्वत पर क्रॉस का निशान )

नमस्कार पाठको ,

आज का हमारा विषय है - हथेली में गुरु पर्वत पर क्रॉस चिन्ह का क्या महत्व है


समान्यता क्रॉस का चिन्ह हथेली पर अच्छा नहीं माना जाता परन्तु गुरु पर्वत पर (इंडेक्स फिंगर के नीचे )
ये चिन्ह एक अच्छे वैवाहिक  जीवन का संकेत देती है गुरु पर्वत पर काफी बड़ा क्रॉस का चिन्ह दूसरों पर हावी होने की प्रकृति का संकेत देता है कभी कभी ये चिन्ह प्रेम विवाह का भी संकेत देता है यदि 

Sunday, 28 July 2019

8 sign in the palm for good life अच्छी हथेली पर पायी जाने वाली रेखाएं और चिन्ह

नमस्कार पाठको आज हम इस लेख में चर्चा करेंगे की एक अच्छी हथेली में कैसी रेखाएं पायी जाती है ऐसी रेखाएं जिन लोगो में पायी जाती है निश्चित तौर पर वे एक अच्छा जीवन जीते है |

१ अगर जीवन रेखा के साथ मंगल रेखा भी हो तो ये बहुत अच्छा मन जाता है ऐसी रेखा व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ और लम्बी आयु प्रदान करती है
२ गुरु पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह व्यक्ति को समृद्धि प्रदान करता है
३. सूर्य रेखा पर कोई भी क्रॉस नहीं होना चाहिए
३. भाग्य रेखा लम्बी और निर्दोष होनी चाहिए
४. हृदय रेखा के अंत और शुरुआत में शाखाये होनी चाहिए
५ अंगूठे में यव का चिन्ह होना चाहिए
६  मस्तिष्क  रेखा सीधी और लम्बी  होनी चाहिए तथा  अंत में उसके  शाखा होनी चाहिए
७ मछली का चिन्ह सुख और समृद्धि के लिए अच्छा मन जाता है
८ स्पष्ट मणिबंद रेखा होनी चाहिए

हथेली में और भी बहुत शुभ चिन्ह होते है पर इस लेख में हमने केवल कुछ सामान्य चिन्हों और रेखाओं के बारे में चर्चा की है ये भी जरूरी नहीं है की हथेली में ये सभी चिन्ह एक साथ पाए जाये

Friday, 31 May 2019

विज्ञान भैरव तंत्र ,meditation technique

नमस्कार पाठको आज हम इस लेख में बात करेंगे विज्ञानं  भैरव तंत्र ग्रन्थ  के बारे में ,  विज्ञान भैरव तंत्र कश्मीरी शैव सम्प्रदाय के त्रिक उपसम्प्रदाय का मुख्य ग्रन्थ है इस ग्रन्थ में ध्यान लगाने की विधियों का वर्णन है कुल ११२ विधिया है जो इस ग्रन्थ में  भगवान शिव ने माँ शक्ति को बताई है इस ग्रन्थ में माँ शक्ति भगवान् शिव से बहुत से प्रश्न पूछती है जैसे की हे प्रभु आपका का सत्य क्या है ?जीवन की धुरी क्या है ?ये आपका आश्चर्य भरा जगत क्या है और इसके उत्तर में भगवन शिव कहते है हे देवी मैं केवल आपको कुछ ध्यान की विधिया दे सकता हूँ जिनका उपयोग करके आप सारे प्रश्नो का उत्तर प्राप्त कर लेंगी






भगवान् शिव द्वारा बताई गयी ११२ ध्यान विधिया मानव जीवन के लिए भी बहुत उपयोगी है जिनका अभ्यास करके मानव भी ज्ञान को प्राप्त कर सकता है  ध्यान के लिए ये सारी विधियां नहीं अपनानी है कोई भी व्यक्ति ११२ विधियों में किसी  भी एक विधि का अभ्यास कर सकता है. हर विधि अपने आप में पूर्ण है इस लेख में मैं पहली विधि के बारे में बताने जा रहा हूँ

विधि -०१
भगवान् शिव  कहते है
हे देवी यह अनुभव दो  श्वासो के बीच घटित हो सकता है
श्वास के भीतर आने के पश्चात और बहार लौटने के ठीक पूर्व 

व्याख्या-

वैसे तो श्वास लेने की क्रिया दो भागो में विभाजित है एक श्वास का भीतर जाना और दूसरा श्वास का बहार आना पर अगर बहुत ध्यान से देखा जाये तो श्वास की क्रिया तीन भागो में विभाजित होती है एक श्वास का भीतर आना और कुछ क्षण के ठहर जाना और फिर बहार निकलना
श्वास के भीतर या बहार मुड़ने के पहले एक क्षण है जब हम श्वास नहीं लेते उसी क्षण यह अनुभव घटित हो सकता है हमको केवल अपनी श्वास का निरीक्षण करना है की श्वास किस तरह भीतर जाती और बहार निकलती कुछ अभ्यास के बाद हम जरूर उस बिंदु को प्राप्त कर सकते जहा श्वास ठहर जाती और उस क्षण को प्राप्त करने के बाद कोई भी प्रश्न अनुत्तरित नहीं रह जायेगा 

Saturday, 13 April 2019

हाथ मिलाने के तरीके से जाने दूसरे का व्यक्तित्व

नमस्कार पाठको,
 आज हम बात करेंगे की किस प्रकार हम हाथ मिलाने के तरीके से सामने वाले के  व्यक्तित्व को  जान सकते हैं वैसे तो केवल हाथ मिलाने से किसी के व्यक्तित्व के बारे में सब कुछ नहीं जाना  जा सकता है और जरूरी नहीं है की नीचे दिए गयी थ्योरी सभी व्यक्तियों पर सटीक बैठे किन्तु इस थ्योरी से आप दूसरे के व्यक्तित्व के बारे में एक अनुमान लगा सकते है

१. ढीला एवं लापरवाही से हाथ मिलाने वाला व्यक्ति
ऐसे व्यक्ति स्वार्थी ,चालक  या दूसरे में रूचि न लेने वाले हो सकते है स्वयं को ज्यादा होशियार समझते है और शंकालु प्रवत्ति के हो सकते है ऐसे व्यक्तियों में सुपीरियटी काम्प्लेक्स ज्यादा पाया जाता है जिद्दी एवं तानाशाही प्रवत्ति का हो सकता है 

२.कसकर हाथ मिलाने वाला व्यक्ति - 
ऐसे व्यक्ति दूसरे को बराबरी का दर्जा देते है दूसरों को सम्मान देते है और भरोसेमंद होते हैं
३. हाथ मिलकर लगातार हाथ हिलने वाला व्यक्ति - 
ऐसे व्यक्ति लापरवाह होते है किन्तु दिल के बहुत साफ होते है ऐसे व्यक्ति को आसानी से मुर्ख बनाया जा सकता बहुत संवेदनशील होते है संसार में क्या हो रहा है ,इसकी उनको चिंता ही नहीं रहती है

. सैंडविच तरीके से हाथ मिलाने वाला व्यक्ति -
ऐसे व्यक्ति अवसरवादी होते है लोगे से बात करके अपना काम निकलाने में वो माहिर होते है व्यापर करने में ऐसे व्यक्ति बहुत सफल होते है दूसरोको अपनी बातों से आकर्षित कर लेते है

५ एक हाथ मिलाते हुए  दूसरा हाथ सामने  वाले के हाथ  पर किसी जगह रखने वाला व्यक्ति -
ऐसा व्यक्ति बहुत अच्छे स्वभाव वाला होता है यह सामने वाले का हितैषी होता है सामने वाले का शुभ चिंतक होता है सामने वाले की यथशक्ति मदद करने वाला होता है
नीचे से खुली हथेली से हाथ मिलाने वाला व्यक्ति - बहुत जल्दी विचलित होते है सहज स्वभाव के होते हैं हीनभावना से ग्रस्त हो सकता है दूसरों की बातों में आसानी से आ जाते हैं

Wednesday, 5 September 2018

६ सितम्बर 2018 से शनि होंगे मार्गी लाएंगे नयी सौगाते




आज हम इस लेख में बात करेंगे शनि देव के मार्गी होने परहमारे ऊपर क्या प्रभाव  पड़ेंगे  सबसे पहले ये समझना जरूरी है की मार्गी  और वक्री से क्या अभिप्राय है अगर कोई अपने मार्ग पर सीधा चलता है तो उसे मार्गी कहेंगे और उल्टा चलता है तो उसे वक्री कहेंगे पर यहाँ ये समझ लेना जरूरी है की कोई ग्रह उल्टा नहीं चलता पर कभी कभी कुछ समय के लिए  पृथ्वी से देखने पर सापेक्ष वेग के कारण वो पृथ्वी से उल्टी  दिशा में प्रतीत होता दिखाई देता है १८ अप्रैल २०१८ से शनि देव वक्री हो गए थे जो की अब ६ सितम्बर २०१८ से मार्गी हो जायेंगे ज्योतिष में शनि बहुत  धीरे धीरे चलने वाले माने गए है वक्री होने पर ये और भी धीरे हो जाते है और बहुत सी चीजों की प्रगति को धीमा कर देते है पर अब ६ सितम्बर  से शनि देव मार्गी हो जायेंगे जिस से की आम लोगे के रुके हुए काम बनना शुरू हो जायेंगे सरकारी योजनाए ,नौकरियों की कमी दूर होंगी  बहुत सारी नयी योजनाए लागू होंगी विनिर्माण के क्षेत्र में तेजी आएगी अब १२ राशियों पर शनि के मार्गी होने के प्रभाव पर चर्चा करते है
मेष राशि - भाग्य में वृद्धि होगी कम मेहनत  में ज्यादा फायदा होगा 
वृष राशि - निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी जिस से की आपके रुके कार्य बनेंगे 
मिथुन राशि -शनि से सम्बंधित व्यवसाय लाभ देंगे,शादी में रुकावट दूर होंगी , धन लाभ हो सकता है 
कर्क राशि -रोग ऋण और शत्रु पर विजय प्राप्त कर सकते है 
सिंह राशि -शिक्षा में वृद्धि ,पिता से मतभेद  कम होंगे ,प्रसिद्धि मिल सकती है 
कन्या राशि -भौतिक सुखो में वृद्धि ,पिता को कष्ट हो सकता है यात्राए सफल होंगी 
तुला राशि- संतान सुख में वृद्धि ,पारिवारिक सुखो में वृद्धि 
वृश्चिक राशि -रुका हुआ धन शत्रु विजय हो सकती है. 
 धनु राशि -मान सम्मान में वृद्धि ,आत्मविश्वास में वृद्धि होगी 
मकर राशि -रुके हुए कार्य बनेगे,निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी
कुम्भ राशि -नयी योजनाओं के रास्ते खुलेंगे, यात्राऐ होंगी ,
मीन राशि -रुके हुए कार्य बनेगे ,दूसरों के मामले में  दखल न दे 
इस लेख में हमने सभी राशियों पर शनि के मार्गी होने के सामान्य प्रभावों की चर्चा की है 






Tuesday, 3 July 2018

हथेली में व्यापार करने के संकेत




आज हम इस लेख में बात करेंगे की ऐसे कौन  से संकेत होते है हथेली में जिस से की ये पता चले की व्यक्ति के अंदर व्यापार करने के गुण  है की नहीं। सबसे पहले हमे ये समझना चाहिए की एक व्यापारी बन ने के लिए बुनियादी  क्या क्या गुण होने चाहिए
जोखिम लेने की क्षमता ,मानसिक मजबूती ,चतुराई ,न ज्यादा आदर्शवादी न ज्यादा स्वार्थी , स्वतंत्र निर्णय लेने की क्षमता ये सब कुछ बुनियादी गुण है जिन्हे हम हथेली के माध्यम से चर्चा करेंगे
१. हथेली में मस्तिष्क रेखा बहुत झुकी हुयी नहीं होनी चाहिए अगर मस्तिष्क रेखा बुध पर्वत की ओर जा रही  या उस से निकल कर कोई शाखा बुध पर्वत की ओर जा रही हो तो यह अच्छा गुण माना जाता है व्यापर करने के लिए
२. ह्रदय रेखा शनि और गुरु पर्वत के बीच से निकालनी चाहिए क्यों की ऐसी स्थिति में व्यक्ति न ज्यादा आदर्शवादी होता है और न ही ज्यादा स्वार्थी
३. अनामिका ऊँगली ज्यादा छोटी नहीं होनी चाहिए क्यों ज्यादा छोटी अनामिका उंगली जोखिम लेने की क्षमता को कम  करती है
४. कनिष्ठा ऊँगली भी ज्यादा छोटी नहीं होनी चाहिए बुध पर्वत या बुध की उंगली पर शुभ निशान जैसे त्रिकोण ,चतुर्भुज ,मतस्य का चिन्ह होना अच्छा माना जाता है
५ कनिष्ठा ऊँगली अनामिका ऊँगली से दूर होनी चाहिए
६ अंगूठे का पहला पोर बड़ा होना चाहिए जो की इच्छा शक्ति को दर्शाता है
७ उँगलियों का दूसरा पोर बड़ा होना चाहिए
८ बुध रेखा मस्तिष्क रेखा और भाग्य रेखा द्वारा मिलकर बना  त्रिकोण अच्छा संकेत है अच्छा व्यापारी बन ने के लिए
* उंगलियों के पोरो के बारे में अधिक पढ़ने के लिए
http://ashishastrologer.blogspot.com/2013/07/significance-of-phalanges-in-finger.html

Friday, 29 June 2018

एक साथ न पहने जाने वाले रत्न(odd combinations of Gemstones )




आज हम इस लेख में बात करेंगे एक साथ न पहने जाने वाले रत्नो के बारे में कभी कभी हम अज्ञात वश ऐसे दो रत्न पहन लेते है जो  नहीं पहने जा सकते जिस से की हमे फायदा होने की बजाये नुकसान होने लगता है 
जैसे 
१- मंगल ग्रह का रत्न मूंगा और बुध ग्रह का पन्ना  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए  है 
२ -चंद्र ग्रह का मोती और शनि ग्रह का नीलम  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए  है 
३ -चंद्र ग्रह का मोती और बुध ग्रह का पन्ना  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
४-सूर्य का माणिक्य और शनि का नीलम  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
५-सूर्य का माणिक्य और शुक्र का हीरा  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
६- मंगल ग्रह का मूंगा और शनि ग्रह का नीलम एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
७- शुक्र ग्रह  का हीरा और गुरु का पुखराज  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
८-गुरु ग्रह का पुखराज और शनि का नीलम  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
९ -चंद्र ग्रह का मोती और राहु का गोमेद एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
१० मंगल ग्रह का मूंगा और राहु का गोमेद एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 

Thursday, 21 December 2017

what is Gund Mool Nakshtra and its worship गण्ड मूल नक्षत्र एवं पूजन

आज हम इस लेख में गण्ड मूल नक्षत्र के बारे में बताने जा रहे है गण्ड मूल नक्षत्र के बारे में तरह तरह की भ्रांतिया फैली हुयी है मेरे इस लेख का उद्देश्य उन भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश करना है
ज्योतिष में १२ राशि और २७ नक्षत्र है और प्रत्येक नक्षत्र के ४  चरण होते है ज्योतिष में एक राशि का विस्तार  ३० डिग्री है जबकि प्रत्येक नक्षत्र का विस्तार १३ डिग्री २० अंश होता है जब कोई राशि और नक्षत्र एक स्थान पर समाप्त होते है तब उस स्थिति को गण्ड नक्षत्र और जब इसी स्थान से नया नक्षत्र शुरू होता है तब इस स्थिति को  मूल कहते है २७ नक्षत्रो में ६ नक्षत्र ही गण्ड मूल नक्षत्र कहलाये जाते है जिनमे ३ गण्ड और ३ मूल नक्षत्र कहे जाते है वो इस प्रकार है  
१.अश्वनी  (केतु स्वामी ) इस नक्षत्र के पहले चरण में जन्मे बच्चे के नक्षत्र का  पूजन जरूरी होता है 
२.अश्लेषा  (बुध) इस नक्षत्र के  चौथा चरण में जन्मे बच्चे के नक्षत्र का  पूजन जरूरी होता है 

३ मघा ,(केतु )इस नक्षत्र के  पहला  चरण में जन्मे बच्चे के नक्षत्र का  पूजन जरूरी होता है
४ मूल ,(केतु)इस नक्षत्र के  पहला चरण में जन्मे बच्चे के नक्षत्र का  पूजन जरूरी होता है
५. ज्येष्ठा ,(बुध)इस नक्षत्र के  चौथा चरण में जन्मे बच्चे के नक्षत्र का  पूजन जरूरी होता है
६ रेवती (बुध)इस नक्षत्र के  चौथा चरण में जन्मे बच्चे के नक्षत्र का  पूजन जरूरी होता है
गण्ड मूल नक्षत्र के  प्रभावों के बारे में बहुत कुछ स्पष्ट नहीं है ज्योतिष में परम्परागत ज्योतिषचार्यों ने अपने अनुभवों के अनुसार इन नक्षत्रो के प्रभावों का विवेचन किया है गण्ड  मूल नक्षत्र को शांत करने पूजा विधि है यदि कोई पूजा नहीं करवा पाता है तो उसे कम से काम अपने नक्षत्र के स्वामी ग्रह की पूजा अवश्य करनी चाहिए पूजा करवाने के लिए विशेषज्ञ की राय लेनी चाहिए



Sunday, 19 November 2017

हथेली के चिन्हो से जानिये धन योग

इस लेख में हम कुछ ऐसे चिन्हो के बारे में बताएँगे जिस से आप जान सकेंगे की क्या आपके भाग्य में धन योग है 
हथेली के चिन्हो से जानिये धन योग
1.   हथेली में गुरु पर्वत पर स्टार चिन्ह होना बहुत ही शुभ संकेत देता है धन, सम्पति और यश  संबध में 
२.  हथेली में सूर्य पर्वत पर स्टार  चिन्ह होना भी बहुत शुभदायक माना जाता धन सम्पति और यश के सम्बन्ध में 
3. यदि कोई रेखा जीवन रेखा से निकल कर गुरु पर्वत पर जाती है ऐसी रेखाओ को उन्नति की रेखा कहा जाता और जिसके हथेली में ऐसी  रेखाएं होती ऐसा व्यक्ति लगातार उन्नति करता रहता है 
4 .जीवन रेखा के अंदर बने त्रिभुज के  चिन्ह भी धन के योग का संकेत देते है 
5 . शनि की तरफ जाती हुयी जीवन रेखा से छोटी छोटी रेखाएं भी उन्नति का संकेत देती है पर इन उन्नतियों को पाने के लिए व्यक्ति को कठिन परिश्रम करना पड़ता है 
6.  सूर्य रेखा पर स्टार का चिन्ह जीवन में बहुत यश का प्रतीक होता है 
7 .बुध पर्वत पर एक खड़ी रेखा भी धन योग का प्रतीक होती है 

**ये चिन्ह केवल संकेतक है सही दिशा और कठिन परिश्रम से किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है 






Sunday, 1 October 2017

हथेली के चिन्हो से जानिये अपना व्यसाय

इस लेख में हम कुछ ऐसे चिन्हो के बारे में बताएँगे जिनसे आप ये जान सकेंगे की आप को किस व्ययसाय में सफलता मिल सकती है

१. बुध पर्वत पर यदि २ या तीन खड़ी रेखाएं हो तो चिकित्सा में या चिकित्सक के व्यवसाय में सफलता मिल सकती है 
२ चंद्र पर्वत पर जाली झुकी मतिष्क रेखा छोटा अंगूठा काव्य  क्षेत्र में सफलता मिल सकती है 
3 मणिबंद से यदि कोई रेखा गुरु पर्वत पर जाये तो वकालत या कानूनी क्षेत्र में सफलता मिल सकती है 
4 यदि मतिष्क रेखा बुध पर्वत की तरफ जाये तो किसी की भी नक़ल उतरने की क्षमता होती है 
5  यदि  सूर्य पर्वत पर कई रेखाएं हो और एक दूसरे को कर रही हो तो एकाग्रगता की कमी की वजह से असफलता मिलती है 
6 . यदि भाग्य रेखा से कोई शाखा बुध पर्वत तक जाये और दोषरहित मतिष्क रेखा ,लम्बी बुध की ऊँगली हो तो व्यापर में सफलता की सूचक है 

**इस लेख में हमने कुछ व्यवसाय के बारे में बताया है आगे के लेख में कुछ और व्यवसाय और और उनसे संबंधित चिन्हो के बारे में बताएँगे 
*और ऐसा भी नहीं है की यदि ये चिन्ह आपकी हथेली में नहीं होंगे तो आप उस क्षेत्र में सफलता नहीं प्राप्त कर सकते है ये चिन्ह केवल संकेतक है और कठिन परिश्रम से किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है 

Friday, 21 July 2017

7 sign of Good husband in palmistry

palm of good husband,fate line,marriage line,yuv,fish sign,cross on jupiter,fork head line

Palm of Good husband contains some good sign which are given below:

1. There should be faultless marriage line ,upper marriage line should be greater than lower marriage line.
2. There should be Yuv sign in first and second joint of thumb.
3.There should be good fate line
4.There should be cross on the mount of Jupiter as shown in above picture.
5 There should be good sun line
6.There should be forked heart line at the end
7.There should be faultless head line.
8 There should be fish sign as shown in picture.


Wednesday, 19 July 2017

6 sign in the Palm of Good Wife




palm of good wife,fate line,yuv sign,fish sign,head line,fork heart line,life line, mars line

Palm of good wife contains some good sign which are give below:

1. there should be a fish sign as shown in above picture .

2.heart line should be faultless and  fork at the end 

3.life line should be faultless.

4.there should be a mars line as shown in above picture. 

5. there should be a "yuv" sign at the first joint of thumb and second joint of thumb .

6. head line should be faultless 








Wednesday, 12 July 2017

Significance of Thumb in palm (हथेली में अंगूठे का महत्व)

                               


significance of thumb,


हस्त रेखा विज्ञान में अंगूठे का अत्यधिक महत्व है अंगूठा व्यक्ति की स्वाभाविक इच्छा शक्ति को दर्शाता है सामान्यता अंगूठा प्रेम, तर्क और इच्छा शक्ति को दर्शाता है अंगूठे के पहले पर्व से प्रेम दूसरे से तर्क और तीसरे पर्व से इच्छा शक्ति का पता लगाया जा सकता  है जो पर्व अंगूठे का जितना बड़ा होगा उस से सम्बंधित गुण  भी उतने होंगे जैसे तीसरा पर्व बाकी दो पर्वो से बड़ा है तो उस व्यक्ति में इच्छा शक्ति की प्रबलता होगी
कठोर या न झुकने वाला अंगूठा :  इस प्रकार वाले व्यक्ति ईमानदार मेहनती और अत्यधिक इच्छा शक्ति वाले होते है और अंत  में बहुत सफल बनते है ऐसे व्यक्ति खुल कर विरोध करने वाले होते है और उनका भी विरोध होता है यदि ऐसा अंगूठा मोटा और छोटा है तो ऐसे व्यक्ति में दुर्गुण अधिक आ जाते है \

झुकने वाला अंगूठा :ऐसे व्यक्ति बहुत भावुक होते है सभी से प्रेम करने वाले होते है ऐसे व्यक्ति कोई बात छिपकर नहीं रख पाते है मष्तिस्क रेखा अच्छी होने पर ये बहुत सहनशील होते है जल्दी ही दूसरों के प्रभाव में आ जाते है ऐसे व्यक्ति बहुत ही स्पष्टवादी और सहनशील होते है और सामान्यता हर वातावरण में अपने आप को ढाल लेते है ऐसे अंगूठे वाले व्यक्ति की मस्तिष्क रेखा मंगल पर्वत तक जाती है तो वे कठोर होते है जबकि मस्तिष्क रेखा चंद्र पर्वत पर जाती है तो वे अत्यंक भावुक और एकांतप्रिय होते है

Tuesday, 21 February 2017

Significance of mount of Jupiter in Palm

Significance of mount of Jupiter in Palm
mount of jupiter,cross sign triangle sign ,square sign. till,mole


Mounts in the palm are found at the base of fingers ,thumb.When mounts in the palm are raised(not too much) then it is said to be strong when flat it is said to be ordinary and when it is depressed it is said to be bad . Mount of Jupiter is found at the base of first finger.It represents  fame ,  leadership  , honour ,dignity , religious nature.

Raised or developed mount of Jupiter represents higher post,good business man,it gives good hearing power ,early baldness . overdeveloped mount of Jupiter makes person arrogant while 

depressed mount of Jupiter  will give  person idleness, egoism. 

triangle sign on this mount represents big government officer .
rectangle sign on this mount saves person from danger.

small line between heart and head line on this mount shows acquisition of money  

 Star sign along with good head line on the mount of Jupiter gives great honour.

Cross sign along with good head line on the mount of Jupiter represent lucky and happy marriage and help from in -laws

Grill sign on the mount of Jupiter makes person proudy .

mole on the mount of Jupiter represent fame


Thursday, 15 December 2016

Know your name number,root number and lucky number(आपका नामांक ,मूलांक और भाग्यांक )

                                                 आपका नामांक ,मूलांक और भाग्यांक 






भाग्यांक और नामांक अथवा नामांक और मूलांक परस्पर  शत्रु होने पर भाग्योदय में अवरोध उत्पन्न करते है इसलिए अपने नाम में सामान्य परिवर्तन करके आप अपने नामांक मूलांक और भाग्यांक में परस्पर सामंजस्य बैठा सकते है और  भाग्योदय में आने वाले अवरोधों  को दूर कर सकते है. 
अब हम समझेंगे की नामांक की गणना कैसे की जाती है 

A ,I,J,Q,Y                                    1
B,K,R                                          2
C,G,L,S                                       3
D,M,T                                         4
E,H,N.X                                      5
U,V,W                                         6
O,Z                                              7
F,P                                               8


9  को किसी  भी वर्णाक्षर का स्वामित्व नहीं मिला है।  ऊपर दी गयी सारणी के आधार पर हम नामांक की गणना करेंगे 
 उदाहरण : 
U M E S H                                J   E  T  H W A N  I
6+4+5+3+5               +              1+5+4+5+6+1+5+1  =51=5+1=6

नामांक हुआ =6


अब मूलांक और भाग्यांक की गणना करेंगे 
उमेश जेठवानी की जन्म तारीख है 
01-01-1985

मूलांक =0+1=1


भाग्यांक 
01/01/1985
0+1+0+1+1+9+8+5=7


उमेश जेठवानी का नामांक हुआ ६ ,मूलांक हुआ १ और भाग्यांक  हुआ ७ 
उमेश जेठवानी का नामांक मूलांक से शत्रुत्र्ता रखता है जबकि नामांक भाग्यांक से सम है 
इसलिए उमेश जेठवानी अपने नामांक में परिवर्तन करके जीवन में और उन्नतियों की तरफ अग्रसित हो सकते है. 


Thursday, 3 November 2016

अपने नाम के प्रथम अक्षर से जानिए अपनी राशि

अपने नाम के प्रथम अक्षर से  जानिए अपनी  राशि
नीचे दी गयी सारणी  उनके लिए है जो अपने नाम से अपनी राशि  जानना  चाहते है।

  • मेष -                                  चू ,चे ,चो ,ला ,ली,लू ,ले, लो, अ
  • वृष -                                   ई ,उ ,ऐ, ओ ,ब ,बी ,वू ,वे, वी 
  • मिथुन -                               क, की ,कू ,घ, ड़ ,छ, के, को ,ह  
  • कर्क -                                   ही, हू, हे, हो ,डा ,डी, डू, डे, डो 
  • सिंह -                                   म ,मी ,मू ,में, मो, टा ,टी ,टू ,टे 
  • कन्या -                                टो, प,  पी, पू, श, ठ, पे, पो 
  • तुला -                                  र, री, रू ,रो ,त ,ती, तु, ते 
  • वृश्चिक -                               तो  ,न, नी ,ने ,नू ,नो , य, यी ,यू 
  • धनु -                                    ये, यो ,भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे 
  • मकर                                   भो, ज, जी ,खी ,खू ,खे ,खो, ग, गी 
  • कुम्भ -                                गु ,गे ,गो ,स, सी ,सु ,से, सो, द 
  • मीन-                                   दी ,दू, थ, दे, दो ,चा, ची 

Monday, 6 June 2016

राशिया जो एक दूसरे के लिए बेमेल है प्रेम सम्बन्ध के लिए







ज्योतिष में १२ राशियां  का उल्लेख है और हर राशि की अलग अलग प्रकृति है. इन १२ राशियों को तीन तीन के समूह में चार भागो में विभाजित किया गया और इस विभाजन से हम पता लगते है की कौन कौन सी राशियां एक दूसरे के लिए बेमेल है प्रेम सम्बन्ध के लिए

१  प्रथ्वी तत्व : वृष , कन्या ,मकर 
२. जल तत्व : कर्क , वृश्चिक , मीन 
३. अग्नि तत्व : मेष ,सिंह ,धनु 
४.  वायु तत्व :मिथुन ,तुला, कुम्भ 

 मेष और वृश्चिक : मेष और वृश्चिक राशि परस्पर एक दूसरे के लिए बेमेल है प्रेम सम्बन्ध के लिए जबकि दोनों ही राशियों का स्वामी ग्रह मंगल है. मेष अग्नि तत्व की राशि है और वृश्चिक जल तत्व की राशि है मेष राशि वालों की आदत शासन करने की होती है जबकि वृश्चिक राशि वाले किसी के अधिकार में रहना पसंद नहीं करते है। 

मिथुन और कर्क : मिथुन वायु तत्व राशि है जबकि कर्क जल तत्व राशि है कर्क राशि वाले अपने प्रेम के प्रति बहुत संवेदन शील होते है जबकि मिथुन राशि वाले इतने संवेदन शील नहीं होते है इसलिए मिथुन राशि वालों के लिए कर्क राशि बेमेल है

सिंह और मीन राशि : सिंह अग्नि तत्व राशि है जबकि मीन जल तत्व राशि है. सिंह राशि वाले  व्यवहारिक होते है जबकि मीन राशि वालों बहुत कल्पनाशीलता होती है मीन राशि वाले बहुत संवेदन शील होते है.

मीन और मिथुन : मीन जल तत्व राशि है और मिथुन वायु तत्व राशि है मीन राशि वाले बहुत संवेदन शील होते है. मिथुन राशि वाले इतने संवेदन शील नहीं होते है. 

वृष  और कुम्भ : वृष  पृथ्वी तत्व राशि और कुम्भ वायु तत्व राशि है वृष राशि वाले शांति पूर्ण जीवन जीना पसंद करते है और बार बार परिवर्तन पसंद नहीं करते है जबकि कुम्भ राशि वालों को नियमित चीजे नहीं पसंद होती है और हमेशा कुछ अलग करने की आदत होती है 

तुला और मकर :तुला वायु तत्व राशि है जबकि मकर पृथ्वी तत्व राशि है तुला राशि वाले संतुलित जीवन जीना चाहते है जबकि जबकि मकर राशि वाले इसकी चिंता नहीं करते  मकर राशि वाले बहुत तर्क संगत  होते है। 

कुम्भ और वृश्चिक :कुम्भ राशि वालों को नियमित चीजे नहीं पसंद होती है और हमेशा कुछ अलग करने की आदत होती है जबकि वृश्चिक राशि वाले नियमित जीवन चाहते है। 

धनु और मकर : धनु अग्नि तत्व राशि है और मकर पृथ्वी तत्व राशि है धनु राशि वाले बहुत आशावादी होते है जबकि मकर राशि वाले धार्मिक विश्वासों में या तो एकदम कट्टर होते है या फिर अनास्थावादी होते है वे केवल तर्क संगत  बात को ही स्वीकार करते है. 
कन्या और सिंह :कन्या पृथ्वी तत्व राशि है जबकि सिंह अग्नि तत्व राशि है. कन्या राशि वाले बहुत संकोची और शर्मीले होते है जबकि सिंह राशि वाले हर एक काम को बड़े पैमाने पर करना पसंद करते है 

Saturday, 28 May 2016

The Via Lasciva line in palm

 Via Lasciva line in palm,mout of venus,mars,health line,types of  lasciva line, alcohol addiction,drug addiction,restless


Generally there are three variations of via Lasciva line are found in the palm. Which are shown in above figure.
first variation :it may run parallel to health line .it shows lust ,lustful thought and greed for money.
Second variation: it starts from inside the mount of Venus and going towards the mount of moon making inverted semi -circle it shows restlessness ,excitement .
Third variation:it stars from mount of Venus and going towards the mount of moon in irregular or wavy shape. It shows drug addiction,alcoholism,or any type of addition and indulgence.if the palm is not sensual then this line shows vitality. 

Wednesday, 13 April 2016

बिना कुंडली के जाने की कार्य होगा या नहीं होगा..

                       

बिना कुंडली के  यह  जानने के लिए की कार्य होगा या नहीं होगा ,  
१  से १०८ तक की कोई भी संख्या लिख ले फिर उसे १२ से भाग दे यदि शेष -

  • २ , ६, ११, ० , आये तो कार्य सिद्ध होगा 
  • १,३,७,९ आये तो कार्य सिद्ध होने में समय लगेगा 
  • ४,५,८,१० आये तो कार्य सिद्ध होने की आशा नहीं है.                                               

इस विधि के द्वारा  कार्य सिद्धि से सम्बन्धी किसी भी प्रश्न का उत्तर जाना जा सकता है 

Saturday, 9 April 2016

How to know answer without kundli बिना जन्म कुंडली के जाने अपने प्रश्न का उत्तर


यह विधि उन लोगो के लिए उपयोगी है जिनके पास कुंडली नहीं है इस विधि के माध्यम  से व्यक्ति अपने प्रश्न के उत्तर का रुझान  जान सकता है





सर्वप्रथम व्यक्ति अपने मन  प्रश्न सोच ले फिर आँख बंद करके दिए गए चित्र में किसी एक वर्ग में अपनी ऊँगली रखे
यदि  ३ या ७ पर ऊँगली रखता है तो फल हितकर होगा
यदि ९,१ या ५ पर ऊँगली रखता है तो सफलता जल्दी मिलेगी
यदि ८ या २ पर ऊँगली रखता है तो फल उसके हित में नहीं होंगे
यदि ४ या ६ पर ऊँगली रखता है तो फल देर से मिलेंगे





*जितने विश्वास से आप इस विधि का उपयोग करेंगे उतने ही सटीक उत्तर आपको मिलेंगे


Tuesday, 8 March 2016

how to know Diseases caused by planets in vedic astrology

Diseases caused by planets in vedic astrology 




Generally diseases are two types .
1. Mental diseases : Depression ,Fear, unbalance emotions , insomnia ,  unbalance thoughts.

2. Physical diseases: Skin problem, fever, heart problem cold and flu kidney problem etc..

 There are nine planets in astrology which are Sun ,Moon, Mars , Mercury ,Jupiter ,Venus ,Saturn  Rahu and  ketu.These planets gives various types of diseases in human body if they are weak  debilitated,combust, 

Typical diseases that are caused by each Navgrahas :

 Sun: Sun represents Soul in Human Body So planet Sun gives highly influence in human body.
Diseases gives by Sun are as follows: Eye problems, bone problem,Sun Stroke , dehydration ,headache, Heart diseases ,indigestion problem, respiratory problem.

Moon:Moon represents mind in human body. Diseases gives by Moon are as follows:
mental depression, cold, weak left eye, insomnia,breasts problems, womb problem ,blood problems, etc..
Mars:Mars represents vitality in Human body . Diseases gives by Mars are as follows:
Blood related problems, cut, swelling, smallpox , jaundice, menstrual problems, muscular pain, wounds .
 Mercury: Mercury represents Nerves in human body .Diseases gives by Mercury are as follows :
problem in nervous system,insomnia,skin problem , loss of memory, speech problem, concentration problem. impotency.

Jupiter:  Jupiter represents Heart in human body.Diseases gives by Jupiter are as follows:
Obesity , diabetes ,liver problem gas trouble,cancer.

Venus :Venus represents sex organ in human body. Diseases gives by Venus are as follows :
venereal disease ,skin problem, kidney problem , excess alcoholism, tonsil, sore throat  ,eye diseases .

Saturn:Saturn represents Feet in human body.Diseases gives by Saturn are as follows:
Anemia, weak joint, paralysis,epilepsy fistula ,deafness ,mental problems,muscular pain , gastric problem  ,excess tobacco need..

Rahu:Rahu represents bones in human body. Diseases gives by Rahu are as follows:Epilepsy , pox,leprosy ,suicidal tendencies , 

Ketu: Ketu represents secret parts in human body. Diseases gives by Ketu:
mysterious diseases which cause cannot diagnose. mysterious pain in body.   

Friday, 18 December 2015

Cleaning Negative Energy from Aura Using Egg


Cleaning Negative Energy from Aura  Using Egg 



Using egg to clean negative energy from our aura is very old method.lets see how to use this practice this method. 
Take a raw egg. and get rid of all the cloths. Throughly wipe all parts of body with this raw egg (without breaking it) . After wiping all body parts take bowl and break this raw egg in the bowl.if there is black spot in it then it means there was negative energy in your body   which is absorbed by this raw egg. if there is no black spot or unusual pattern then it means you had no negative energy in your body. At last throw that egg and have a shower 

Friday, 30 October 2015

Significance of Line of marriage in the palm

Significance of Line of marriage  in the palm

marriage line,line from venus,fork marriage line,upward marriage line, downward marriage line,break marriage line,mole on marriage line


It is horizontal line or( lines)  which is found at the base of the mount of mercury in the palm.This line is also called the line of union or attraction.For the marriage indication we should see men's left hand and women's right hand. This line does necessarily show marriage. For the conformation of marriage we should also examine the fate line and influence line coming from mount of moon.
  • (a)if this line going towards heart line such person may cause trouble to  his or her partner.
  • (b)If this line going toward in upward direction then marriage is not indicated or problem in marriage.
  • (c)if this line forked at the end then this shows problem in marriage life or strained marriage life.if this forked is found at the beginning of this line then bad effect is reduced. 
  • (c) if there is any break ,star ,cross on this line or line of influence  from mount of Venus cut this line this indicates separation or divorce 
  • Twisted line shows two wives 
  • Small line crossing the marriage line indicate financial difficulties or health problem.
  • Two marriage line indicate one marriage and three marriage line indicate two marriage.
  • Upper line denote male and lower line denote female. if upper line is longer than lower line then such person will Mary  at early age. if both line are equal the both husband and wife have same age.if shorter line is on the top and longer line below then there can be delay in marriage .
  • If there is only one marriage line is present the there will be hindrance in marriage .
  • (d)When marriage line goes towards mount of Sun then such native wife belong to rich family.
  • (e) A small line besides the marriage line running parallel it shows continence of old love affair. 

Friday, 21 August 2015

Significance of "Triangle Sign" in the palm

Significance of "Triangle Sign" in the palm


triangle on jupiter ,triangle on sun,,triangle on saturn,triangle on mercury, triangle mars, triangle on Venus,triangle on moon,triangle on fingers





A clear and independent triangle is more effective than one formed by crossing of the line. Position of this sign in the palm shows its good or bad effects.Size of Triangle directly related to good fortune.

On the mount of Jupiter: Triangle sign on the mount of Jupiter shows good ability in public dealing It also show good administrative ability. Such person may be a good politician.

On the mount of Saturn: Triangle sign on the mount of Saturn shows great interest in Yoga, astrology, occult science, mysticism. A triangle under this mount on the heart line shows acquisition of property.

On the mount of Sun: Triangle sign on the mount of Sun shows artistic ability . Such person applies his artistic ability in practical manner.Such person will be very religious and well wisher of others.

On the mount of Mercury: Triangle sign on the mount of mercury shows success in business,in the field of medicine and in public speaking.such person may be good scientist.

On the mount of Moon : Triangle sign  on the mount of moon shows success in spiritual sphere. Such person controls his imagination , to attain success in spiritual sphere.

On the mount of Venus: Triangle sign on the mount of Venus shows simplicity,. Such person will be lover of decent living. Such person will be high Standard person.Such person enjoys good health and good material benefits  in marriage.

if defect in any line covers by Triangle sign then this sign modifies the defect of that line.

triangle sign between the mount of Sun and mount of Saturn shows YOGI.

Sign of Triangle on the fingers and thumb:

Thumb:
On the first phalange  thumb it shows good will and concentration power.
On the second phalange of thumb it shows good logical and scientific aptitude

Fingers:
Jupiter finger: on the first phalange it shows interest in occult science, one the second phalange it shows interest in politics and in the third phalange it shows it shows interest in writing and publishing.

Saturn Finger:
On the first phalange it shows good marriage life , on the second phalange it shows good luck and success , on the third phalange suspicious person.

Sun Finger:
On the first phalange it show artistic ability, on the second finger it shows religious and spiritual nature. on the third phalange  it shows boastful in nature.

Mercury Finger:
On the first phalange it shows success in any secret science. on the second phalange it shows religious study,on the third phalange it shows tactful skill.

Wednesday, 27 May 2015

Significance of "Star Sign" in the palm


star sign on Jupiter,star sign on mercury,star sign on sun or Apollo,star sign on upper mars,star sign oon lower mars,star sign on Venus,star sign on moon ,mars line,fate line


A star sign is formed by three or more than three lines cutting each other at a point. In the palm position of star sign shows its good or bad effects.

On the mount of Jupiter: If star sign is present on the top of  mount  of Jupiter along  good head line in the palm then such native will acquire great honour and position .If head line is not good then this star shows head injury and separation from wife in old age .if star sign is present at the base of this mount then such native will have good relations with rich people.if this star sign is present in the left palm on this  mount then such native will have very good luck. if star present on this mount joins life line then such  person will use their intellectual  ability and get success .

On the mount of Saturn: Star sign on the top of this mount shows fatalistic life. At this position this sign increases the risk of paralysis ,injury from fire,if this sign is not on this mount but on its side or near the finger.then such native is connected with above class of person.,at this position this sign is common in the palm of widows, widower, orphans.

On the mount of Sun: Star sign on the mount of Sun shows  great honour,fame, success  in old age.it also shows success without mental peace.if this star sign is present on sun line then this shows fame through work of art.

On the mount of Mercury : star sign on the mount of mercury shows strong interest in science, business ,medicine, law .

On the mount of lower Mars: Shows military honours, injuries

On the mount of upper Mars: Shows gains through fortitude in life 
On the mount Moon: Shows imaginative powers ,and gain through imagination.this also shows death by drowning( according to some experts)
On the life line: Shows serious accidents if Mars line is present then person will escape from serious consequences .
On the mount of Venus: shows gain from love affair,if this mount is over developed then person may lose their character 
On the fate line :shows financial loses 
On the line of Mars: shows accident , unhappy married life 

Friday, 13 March 2015

Sign of Legacy or Inheritance In The Palm


Sign of Legacy or Inheritance In The Palm 




There are many signs are  present in the palm which shows legacy or inheritance .Some of them i will discuss here.

1.Fate line entering the Saturn finger(person may get unearned money from inheritance) but this sign is considered as bad sign by some palmist.

2. A line starts from heart line and going towards mount of Sun

3.A line from moon running  side by side to the sun line

4. A star on the first bracelet

5.A triangle on the bracelet

6.A line from a star on the mount of Venus joining to the sun line
7. A YUV in the first joint of thumb.

Thursday, 19 February 2015

Barley(YUV) sign on Fingers

Barley(YUV) sign on Fingers 





Barley or YUV sign  is also found on the joints of fingers.The maximum number of this sign can be 32 on both hands  Person having more than 21 barley or YUV sign on both hand will renounce the world if the person having 32 yuv sign on the both hand (fingers) then person will have equal share of pleasure and pain,
according to number of barley sign i will explain what is the meaning of it sign.

 total number of  12 barley sign indicate happy and pleasure life
total number of  22-23 barley sign indicate that person will renounce the world
total number of  17 barley sign indicate wealthy but defamed
total number of  13 barley sign indicate wealthy but unhappy married life
total number of  14 barley sign indicate average life
total number of  15 barley sign indicate thief, criminal,and unhappy
total number of  16 barley sign indicate an unlucky jeweller
total number of  18 barley sign indicate a good person with temperament
total number of  19 barley sign indicate noble person
total number of  20 barley indicate wise and tactful
total number of  21 barley indicate unlucky

if the signs are more than 32 the that figure is divided by 32 to  the result of that person's happiness,
let total barley sign is 39 ,when divided by 32 ,the result is 39/32,which shows the ratio of it happiness to sorrow .


Tuesday, 13 January 2015

Some good and bad signs of happy and unhappy marriage

Some good and bad signs of happy and unhappy marriage


Some signs of happy marriage:

1. Marriage line should be thin ,long and defect less, defect less means that this line should not contain islands , dots,cross or fork at the end 
2. life line should be curved and defect less 
3. Mount of Venus should not be overdeveloped 
4  Fate line should be thin and away from life line
5 The thumb and Jupiter finger should be long and straight
6. There should be wide space between heart line and base of fingers
7. There should be wide space between thumb and Jupiter finger


Some bad signs of unhappy marriage:

1 Absence of marriage line
2. Line of marriage is defective
3.Straight life line
4 large gap between life line and head line
5.life line and head line are joined  together up to  a good distance at the beginning
6. Mount of Venus is overdeveloped and mole on it
7 Sun line and health line are crossed by several lines
8 An island on fate line 
9  Head line begins from lower mount of mars
10 Branch of heart line going towards head line and join it
11 The presence of many small line on the percussion under the mount of mercury 

Wednesday, 24 December 2014

how to know Psychic ability sign in the palm

Psychic ability sign in the palm




Seven signs to know Psychic ability in the palm
There are various sign in the palm which show psychic ability . In this article we will cover major sign  for psychic ability. Generally no person have all these sign .

1. Line of  Intuition(antargyan rekha): A curved line or a semi circle line which starts from lower mount of moon and reaching  the mount of mercury is called line of intuition.in above  diagram left curved line shows line of intuition.this line shows native is gifted with foresight. this line shows hypnotism ,occultism,or spiritualism.

2. Ring of Solomon: ring of Solomon is semicircle around the mound of Jupiter.This sign gives native to power of occultism.When this circle is incomplete or only a line on the mount then its effect is reduced with some extent .This line shows good common sense ,good judgement.Native with this line has tendency to be mysterious and spiritual in nature.

3.Pointy mercury finger tip: Pointy mercury finger tip shows that you have psychic ability but you have to do meditation to enhance it.

4.Small vertical line on mercury finger tip: Small vertical line on mercury finger tip indicates that excellent psychic ability.any person with these line will have good psychic communication.

5.Small vertical line on the mount of mercury:these lines are generally found in the hand of doctor ,healer or a helper.So these line are also mark of a healer.

6 vertical lines on the mount of Venus: These line are also called line of sympathy these lines are supportive indicator of psychic ability

7.long curved head line: This line shows good imaginative power. person with this line will have good wisdom ,long curved head line very good creativity and psychic ability.
   

Friday, 21 November 2014

Significance of ring of Saturn and ring of Solomon in the Palm

Significance of ring of Saturn and ring of Solomon in the Palm

ring of Solomon,ring of Saturn,diksha rekha




Ring of Staurn: 

In Palmistry ring of Saturn sign is not considered as good sign .The ring of Saturn is semicircle around the mount of Saturn .this line shows loves of mysticism. Native with this line wants to live in alone and may also posses some ill conceived psychology if this semi circle cuts fate line then the financial condition of  native in old age may be tight .In despair and trouble the person wants to commit suicide  .Native with this lines are thoughtful, lonely type person.This line creates frustration in native life 

Ring of Solomon: 


In palmistry ring of Solomon sign is considered as good sign. The ring of Solomon is semicircle around the mound of Jupiter.This sign gives native to power of occultism.When this circle is incomplete or only a line on the mount then its effect is reduced with some extent .This line shows good common sense ,good judgement.Native with this line has tendency to be mysterious and spiritual in nature.if ring of Solomon is straight line the such native uses logic to find truth.if ring of Solomon is curved line then such native will moved by emotion or we can say that such person will very emotional in nature. such type of person may easily become a teacher with natural talent.
A horizontal line at the base of first finger is called diksha rekha.Such native may renounce the world or may not marry