यदि हम रत्न धारण करने में सक्षम नहीं है तो ग्रहो से सम्बंधित जड़ी भी धारण कर सकते है। जड़ी भी रत्न के सामान फल देती है सम्बंधित ग्रह कि जड़ी को रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र में ग्रह स्वामी का का ध्यान करके व ग्रह के मंत्र का जाप करके धारण करना चाहिए। जड़ी को ग्रह से सम्बंधित रंग के धागे में बांधकर पहनना चाहिए। पुरुषो को इसे दाये हाथ में और स्त्रियो को बाए हाथ में पहनना चाहिए।
1 सूर्य के लिए विल्वमूल की जड़
2. चंद्र के लिए खिरनी मूल जड़
3. मंगल के लिए अनंतमूल जड़
4. बुध के लिए विधारा की जड़
5. शुक्र के लिए सिंहपुछ की जड़
6. शनि के लिए बिच्छोल की जड़
7. राहु के लिए खेत चंदन की जड़
8. केतु के लिए अश्वगंध की जड़
9. गुरु के लिए केले की जड़