Wednesday, 5 September 2018

६ सितम्बर 2018 से शनि होंगे मार्गी लाएंगे नयी सौगाते




आज हम इस लेख में बात करेंगे शनि देव के मार्गी होने परहमारे ऊपर क्या प्रभाव  पड़ेंगे  सबसे पहले ये समझना जरूरी है की मार्गी  और वक्री से क्या अभिप्राय है अगर कोई अपने मार्ग पर सीधा चलता है तो उसे मार्गी कहेंगे और उल्टा चलता है तो उसे वक्री कहेंगे पर यहाँ ये समझ लेना जरूरी है की कोई ग्रह उल्टा नहीं चलता पर कभी कभी कुछ समय के लिए  पृथ्वी से देखने पर सापेक्ष वेग के कारण वो पृथ्वी से उल्टी  दिशा में प्रतीत होता दिखाई देता है १८ अप्रैल २०१८ से शनि देव वक्री हो गए थे जो की अब ६ सितम्बर २०१८ से मार्गी हो जायेंगे ज्योतिष में शनि बहुत  धीरे धीरे चलने वाले माने गए है वक्री होने पर ये और भी धीरे हो जाते है और बहुत सी चीजों की प्रगति को धीमा कर देते है पर अब ६ सितम्बर  से शनि देव मार्गी हो जायेंगे जिस से की आम लोगे के रुके हुए काम बनना शुरू हो जायेंगे सरकारी योजनाए ,नौकरियों की कमी दूर होंगी  बहुत सारी नयी योजनाए लागू होंगी विनिर्माण के क्षेत्र में तेजी आएगी अब १२ राशियों पर शनि के मार्गी होने के प्रभाव पर चर्चा करते है
मेष राशि - भाग्य में वृद्धि होगी कम मेहनत  में ज्यादा फायदा होगा 
वृष राशि - निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी जिस से की आपके रुके कार्य बनेंगे 
मिथुन राशि -शनि से सम्बंधित व्यवसाय लाभ देंगे,शादी में रुकावट दूर होंगी , धन लाभ हो सकता है 
कर्क राशि -रोग ऋण और शत्रु पर विजय प्राप्त कर सकते है 
सिंह राशि -शिक्षा में वृद्धि ,पिता से मतभेद  कम होंगे ,प्रसिद्धि मिल सकती है 
कन्या राशि -भौतिक सुखो में वृद्धि ,पिता को कष्ट हो सकता है यात्राए सफल होंगी 
तुला राशि- संतान सुख में वृद्धि ,पारिवारिक सुखो में वृद्धि 
वृश्चिक राशि -रुका हुआ धन शत्रु विजय हो सकती है. 
 धनु राशि -मान सम्मान में वृद्धि ,आत्मविश्वास में वृद्धि होगी 
मकर राशि -रुके हुए कार्य बनेगे,निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि होगी
कुम्भ राशि -नयी योजनाओं के रास्ते खुलेंगे, यात्राऐ होंगी ,
मीन राशि -रुके हुए कार्य बनेगे ,दूसरों के मामले में  दखल न दे 
इस लेख में हमने सभी राशियों पर शनि के मार्गी होने के सामान्य प्रभावों की चर्चा की है 






Tuesday, 3 July 2018

हथेली में व्यापार करने के संकेत




आज हम इस लेख में बात करेंगे की ऐसे कौन  से संकेत होते है हथेली में जिस से की ये पता चले की व्यक्ति के अंदर व्यापार करने के गुण  है की नहीं। सबसे पहले हमे ये समझना चाहिए की एक व्यापारी बन ने के लिए बुनियादी  क्या क्या गुण होने चाहिए
जोखिम लेने की क्षमता ,मानसिक मजबूती ,चतुराई ,न ज्यादा आदर्शवादी न ज्यादा स्वार्थी , स्वतंत्र निर्णय लेने की क्षमता ये सब कुछ बुनियादी गुण है जिन्हे हम हथेली के माध्यम से चर्चा करेंगे
१. हथेली में मस्तिष्क रेखा बहुत झुकी हुयी नहीं होनी चाहिए अगर मस्तिष्क रेखा बुध पर्वत की ओर जा रही  या उस से निकल कर कोई शाखा बुध पर्वत की ओर जा रही हो तो यह अच्छा गुण माना जाता है व्यापर करने के लिए
२. ह्रदय रेखा शनि और गुरु पर्वत के बीच से निकालनी चाहिए क्यों की ऐसी स्थिति में व्यक्ति न ज्यादा आदर्शवादी होता है और न ही ज्यादा स्वार्थी
३. अनामिका ऊँगली ज्यादा छोटी नहीं होनी चाहिए क्यों ज्यादा छोटी अनामिका उंगली जोखिम लेने की क्षमता को कम  करती है
४. कनिष्ठा ऊँगली भी ज्यादा छोटी नहीं होनी चाहिए बुध पर्वत या बुध की उंगली पर शुभ निशान जैसे त्रिकोण ,चतुर्भुज ,मतस्य का चिन्ह होना अच्छा माना जाता है
५ कनिष्ठा ऊँगली अनामिका ऊँगली से दूर होनी चाहिए
६ अंगूठे का पहला पोर बड़ा होना चाहिए जो की इच्छा शक्ति को दर्शाता है
७ उँगलियों का दूसरा पोर बड़ा होना चाहिए
८ बुध रेखा मस्तिष्क रेखा और भाग्य रेखा द्वारा मिलकर बना  त्रिकोण अच्छा संकेत है अच्छा व्यापारी बन ने के लिए
* उंगलियों के पोरो के बारे में अधिक पढ़ने के लिए
http://ashishastrologer.blogspot.com/2013/07/significance-of-phalanges-in-finger.html

Friday, 29 June 2018

एक साथ न पहने जाने वाले रत्न(odd combinations of Gemstones )




आज हम इस लेख में बात करेंगे एक साथ न पहने जाने वाले रत्नो के बारे में कभी कभी हम अज्ञात वश ऐसे दो रत्न पहन लेते है जो  नहीं पहने जा सकते जिस से की हमे फायदा होने की बजाये नुकसान होने लगता है 
जैसे 
१- मंगल ग्रह का रत्न मूंगा और बुध ग्रह का पन्ना  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए  है 
२ -चंद्र ग्रह का मोती और शनि ग्रह का नीलम  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए  है 
३ -चंद्र ग्रह का मोती और बुध ग्रह का पन्ना  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
४-सूर्य का माणिक्य और शनि का नीलम  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
५-सूर्य का माणिक्य और शुक्र का हीरा  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
६- मंगल ग्रह का मूंगा और शनि ग्रह का नीलम एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
७- शुक्र ग्रह  का हीरा और गुरु का पुखराज  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
८-गुरु ग्रह का पुखराज और शनि का नीलम  एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
९ -चंद्र ग्रह का मोती और राहु का गोमेद एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए 
१० मंगल ग्रह का मूंगा और राहु का गोमेद एक साथ नहीं पहना जाना चाहिए