Thursday, 15 December 2016

Know your name number,root number and lucky number(आपका नामांक ,मूलांक और भाग्यांक )

                                                 आपका नामांक ,मूलांक और भाग्यांक 






भाग्यांक और नामांक अथवा नामांक और मूलांक परस्पर  शत्रु होने पर भाग्योदय में अवरोध उत्पन्न करते है इसलिए अपने नाम में सामान्य परिवर्तन करके आप अपने नामांक मूलांक और भाग्यांक में परस्पर सामंजस्य बैठा सकते है और  भाग्योदय में आने वाले अवरोधों  को दूर कर सकते है. 
अब हम समझेंगे की नामांक की गणना कैसे की जाती है 

A ,I,J,Q,Y                                    1
B,K,R                                          2
C,G,L,S                                       3
D,M,T                                         4
E,H,N.X                                      5
U,V,W                                         6
O,Z                                              7
F,P                                               8


9  को किसी  भी वर्णाक्षर का स्वामित्व नहीं मिला है।  ऊपर दी गयी सारणी के आधार पर हम नामांक की गणना करेंगे 
 उदाहरण : 
U M E S H                                J   E  T  H W A N  I
6+4+5+3+5               +              1+5+4+5+6+1+5+1  =51=5+1=6

नामांक हुआ =6


अब मूलांक और भाग्यांक की गणना करेंगे 
उमेश जेठवानी की जन्म तारीख है 
01-01-1985

मूलांक =0+1=1


भाग्यांक 
01/01/1985
0+1+0+1+1+9+8+5=7


उमेश जेठवानी का नामांक हुआ ६ ,मूलांक हुआ १ और भाग्यांक  हुआ ७ 
उमेश जेठवानी का नामांक मूलांक से शत्रुत्र्ता रखता है जबकि नामांक भाग्यांक से सम है 
इसलिए उमेश जेठवानी अपने नामांक में परिवर्तन करके जीवन में और उन्नतियों की तरफ अग्रसित हो सकते है. 


Thursday, 3 November 2016

अपने नाम के प्रथम अक्षर से जानिए अपनी राशि

अपने नाम के प्रथम अक्षर से  जानिए अपनी  राशि
नीचे दी गयी सारणी  उनके लिए है जो अपने नाम से अपनी राशि  जानना  चाहते है।

  • मेष -                                  चू ,चे ,चो ,ला ,ली,लू ,ले, लो, अ
  • वृष -                                   ई ,उ ,ऐ, ओ ,ब ,बी ,वू ,वे, वी 
  • मिथुन -                               क, की ,कू ,घ, ड़ ,छ, के, को ,ह  
  • कर्क -                                   ही, हू, हे, हो ,डा ,डी, डू, डे, डो 
  • सिंह -                                   म ,मी ,मू ,में, मो, टा ,टी ,टू ,टे 
  • कन्या -                                टो, प,  पी, पू, श, ठ, पे, पो 
  • तुला -                                  र, री, रू ,रो ,त ,ती, तु, ते 
  • वृश्चिक -                               तो  ,न, नी ,ने ,नू ,नो , य, यी ,यू 
  • धनु -                                    ये, यो ,भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे 
  • मकर                                   भो, ज, जी ,खी ,खू ,खे ,खो, ग, गी 
  • कुम्भ -                                गु ,गे ,गो ,स, सी ,सु ,से, सो, द 
  • मीन-                                   दी ,दू, थ, दे, दो ,चा, ची 

Monday, 6 June 2016

राशिया जो एक दूसरे के लिए बेमेल है प्रेम सम्बन्ध के लिए







ज्योतिष में १२ राशियां  का उल्लेख है और हर राशि की अलग अलग प्रकृति है. इन १२ राशियों को तीन तीन के समूह में चार भागो में विभाजित किया गया और इस विभाजन से हम पता लगते है की कौन कौन सी राशियां एक दूसरे के लिए बेमेल है प्रेम सम्बन्ध के लिए

१  प्रथ्वी तत्व : वृष , कन्या ,मकर 
२. जल तत्व : कर्क , वृश्चिक , मीन 
३. अग्नि तत्व : मेष ,सिंह ,धनु 
४.  वायु तत्व :मिथुन ,तुला, कुम्भ 

 मेष और वृश्चिक : मेष और वृश्चिक राशि परस्पर एक दूसरे के लिए बेमेल है प्रेम सम्बन्ध के लिए जबकि दोनों ही राशियों का स्वामी ग्रह मंगल है. मेष अग्नि तत्व की राशि है और वृश्चिक जल तत्व की राशि है मेष राशि वालों की आदत शासन करने की होती है जबकि वृश्चिक राशि वाले किसी के अधिकार में रहना पसंद नहीं करते है। 

मिथुन और कर्क : मिथुन वायु तत्व राशि है जबकि कर्क जल तत्व राशि है कर्क राशि वाले अपने प्रेम के प्रति बहुत संवेदन शील होते है जबकि मिथुन राशि वाले इतने संवेदन शील नहीं होते है इसलिए मिथुन राशि वालों के लिए कर्क राशि बेमेल है

सिंह और मीन राशि : सिंह अग्नि तत्व राशि है जबकि मीन जल तत्व राशि है. सिंह राशि वाले  व्यवहारिक होते है जबकि मीन राशि वालों बहुत कल्पनाशीलता होती है मीन राशि वाले बहुत संवेदन शील होते है.

मीन और मिथुन : मीन जल तत्व राशि है और मिथुन वायु तत्व राशि है मीन राशि वाले बहुत संवेदन शील होते है. मिथुन राशि वाले इतने संवेदन शील नहीं होते है. 

वृष  और कुम्भ : वृष  पृथ्वी तत्व राशि और कुम्भ वायु तत्व राशि है वृष राशि वाले शांति पूर्ण जीवन जीना पसंद करते है और बार बार परिवर्तन पसंद नहीं करते है जबकि कुम्भ राशि वालों को नियमित चीजे नहीं पसंद होती है और हमेशा कुछ अलग करने की आदत होती है 

तुला और मकर :तुला वायु तत्व राशि है जबकि मकर पृथ्वी तत्व राशि है तुला राशि वाले संतुलित जीवन जीना चाहते है जबकि जबकि मकर राशि वाले इसकी चिंता नहीं करते  मकर राशि वाले बहुत तर्क संगत  होते है। 

कुम्भ और वृश्चिक :कुम्भ राशि वालों को नियमित चीजे नहीं पसंद होती है और हमेशा कुछ अलग करने की आदत होती है जबकि वृश्चिक राशि वाले नियमित जीवन चाहते है। 

धनु और मकर : धनु अग्नि तत्व राशि है और मकर पृथ्वी तत्व राशि है धनु राशि वाले बहुत आशावादी होते है जबकि मकर राशि वाले धार्मिक विश्वासों में या तो एकदम कट्टर होते है या फिर अनास्थावादी होते है वे केवल तर्क संगत  बात को ही स्वीकार करते है. 
कन्या और सिंह :कन्या पृथ्वी तत्व राशि है जबकि सिंह अग्नि तत्व राशि है. कन्या राशि वाले बहुत संकोची और शर्मीले होते है जबकि सिंह राशि वाले हर एक काम को बड़े पैमाने पर करना पसंद करते है 

Saturday, 28 May 2016

The Via Lasciva line in palm

 Via Lasciva line in palm,mout of venus,mars,health line,types of  lasciva line, alcohol addiction,drug addiction,restless


Generally there are three variations of via Lasciva line are found in the palm. Which are shown in above figure.
first variation :it may run parallel to health line .it shows lust ,lustful thought and greed for money.
Second variation: it starts from inside the mount of Venus and going towards the mount of moon making inverted semi -circle it shows restlessness ,excitement .
Third variation:it stars from mount of Venus and going towards the mount of moon in irregular or wavy shape. It shows drug addiction,alcoholism,or any type of addition and indulgence.if the palm is not sensual then this line shows vitality. 

Wednesday, 13 April 2016

बिना कुंडली के जाने की कार्य होगा या नहीं होगा..

                       

बिना कुंडली के  यह  जानने के लिए की कार्य होगा या नहीं होगा ,  
१  से १०८ तक की कोई भी संख्या लिख ले फिर उसे १२ से भाग दे यदि शेष -

  • २ , ६, ११, ० , आये तो कार्य सिद्ध होगा 
  • १,३,७,९ आये तो कार्य सिद्ध होने में समय लगेगा 
  • ४,५,८,१० आये तो कार्य सिद्ध होने की आशा नहीं है.                                               

इस विधि के द्वारा  कार्य सिद्धि से सम्बन्धी किसी भी प्रश्न का उत्तर जाना जा सकता है 

Saturday, 9 April 2016

How to know answer without kundli बिना जन्म कुंडली के जाने अपने प्रश्न का उत्तर


यह विधि उन लोगो के लिए उपयोगी है जिनके पास कुंडली नहीं है इस विधि के माध्यम  से व्यक्ति अपने प्रश्न के उत्तर का रुझान  जान सकता है





सर्वप्रथम व्यक्ति अपने मन  प्रश्न सोच ले फिर आँख बंद करके दिए गए चित्र में किसी एक वर्ग में अपनी ऊँगली रखे
यदि  ३ या ७ पर ऊँगली रखता है तो फल हितकर होगा
यदि ९,१ या ५ पर ऊँगली रखता है तो सफलता जल्दी मिलेगी
यदि ८ या २ पर ऊँगली रखता है तो फल उसके हित में नहीं होंगे
यदि ४ या ६ पर ऊँगली रखता है तो फल देर से मिलेंगे





*जितने विश्वास से आप इस विधि का उपयोग करेंगे उतने ही सटीक उत्तर आपको मिलेंगे


Tuesday, 8 March 2016

how to know Diseases caused by planets in vedic astrology

Diseases caused by planets in vedic astrology 




Generally diseases are two types .
1. Mental diseases : Depression ,Fear, unbalance emotions , insomnia ,  unbalance thoughts.

2. Physical diseases: Skin problem, fever, heart problem cold and flu kidney problem etc..

 There are nine planets in astrology which are Sun ,Moon, Mars , Mercury ,Jupiter ,Venus ,Saturn  Rahu and  ketu.These planets gives various types of diseases in human body if they are weak  debilitated,combust, 

Typical diseases that are caused by each Navgrahas :

 Sun: Sun represents Soul in Human Body So planet Sun gives highly influence in human body.
Diseases gives by Sun are as follows: Eye problems, bone problem,Sun Stroke , dehydration ,headache, Heart diseases ,indigestion problem, respiratory problem.

Moon:Moon represents mind in human body. Diseases gives by Moon are as follows:
mental depression, cold, weak left eye, insomnia,breasts problems, womb problem ,blood problems, etc..
Mars:Mars represents vitality in Human body . Diseases gives by Mars are as follows:
Blood related problems, cut, swelling, smallpox , jaundice, menstrual problems, muscular pain, wounds .
 Mercury: Mercury represents Nerves in human body .Diseases gives by Mercury are as follows :
problem in nervous system,insomnia,skin problem , loss of memory, speech problem, concentration problem. impotency.

Jupiter:  Jupiter represents Heart in human body.Diseases gives by Jupiter are as follows:
Obesity , diabetes ,liver problem gas trouble,cancer.

Venus :Venus represents sex organ in human body. Diseases gives by Venus are as follows :
venereal disease ,skin problem, kidney problem , excess alcoholism, tonsil, sore throat  ,eye diseases .

Saturn:Saturn represents Feet in human body.Diseases gives by Saturn are as follows:
Anemia, weak joint, paralysis,epilepsy fistula ,deafness ,mental problems,muscular pain , gastric problem  ,excess tobacco need..

Rahu:Rahu represents bones in human body. Diseases gives by Rahu are as follows:Epilepsy , pox,leprosy ,suicidal tendencies , 

Ketu: Ketu represents secret parts in human body. Diseases gives by Ketu:
mysterious diseases which cause cannot diagnose. mysterious pain in body.