Friday, 28 December 2012

jyotish and human nature

प्रत्येक मनुष्य का स्वाभाव और मानसिकता  भिन्न भिन्न होती है।किसी भी व्यक्ति के स्वभाव का पता उसकी जन्म कुंडली के लग्न भाव से पता चल जाता है।
लग्न भाव में मेष और वृश्चिक राशी वाला जातक बहुत स्वाभिमानी और घमंडी होता है। जीवन में झुकना उसके लिए असंभव होता है और वो अपनी बात पर अटल रहता है।
लग्न में वृष या तुला राशी होने पर जातक सौन्द्य प्रिय होता है।उसका वर्ण उज्जवल कान्तियुक्त होता है
मिथुन या कन्या लग्न वाला दब्बू प्रक्रति का होता है।वो हमेशा माध्यम मार्ग  अपनाता है।उसकी बुद्धि कुशाग्र और तर्कशक्ति प्रबल होती है।
कर्क लग्न वाला जातक कल्पनाशील होता है।उसके मतिष्क में योजनाये बनती रहती है।उसके कार्य में तीव्रता रहती है।वो सौन्दर्य प्रिय और जल प्रिय होती है।
सिंह लग्न वाला जातक पराक्रम शील स्वाभिमानी और कर्मनिष्ठ होता है।
धनु या मीन लग्न वाला जातक ज्ञान सम्पन्न चिंतनशील कला में अभिरुचि रखने वाला और नीतिवान होता है।
मकर और कुम्भ लग्न वाला जातक धैर्यवान स्पष्टवादी औउर आडम्बर प्रमी होता है।

Thursday, 27 December 2012

Manglik dosh (मांगलिक दोष )

मांगलिक दोष:-

मंगल ग्रह यदि कुंडली में 1,2,4,7,8,12 भावो में हो तो मंगली दोष होता है। मंगल को इन भावो में देख कर यह परिणाम नहीं निकलना चाहिए की मंगल दोषयुक्त है। बल्कि मंगल की स्थिति लग्न से,चन्द्र लग्न ,और शुक्र से जाँच कर ही परिणाम निकलना चाहिए।

नियम की अवधारणा :
यदि शुक्र से मंगल 1,2,4,7,8,12 भावो में हो तो 40 प्रतिशत दोष होगा
यदि चन्द्र से मंगल 1,2,4,7,8,12 भावो में हो तो 30 प्रतिशत दोष होगा
यदि लग्न से मंगल 1,2,4,7,8,12 भावो म हो तो 30 प्रतिशत दोष होगा 

Wednesday, 26 December 2012

whether you sucess or unsucess in examination(परीक्षा में सफलता मिलेगी या असफलता ?)

परीक्षा  में सफलता मिलेगी या असफलता ?
इस तरह के प्रश्न जानने के लिए परीक्षार्थी के नामाक्षर ज्ञात कर जोड़ कर ले इस जोड़ का 3 से गुणा करे और योगफल से 6 घटा दे। जिस सन  में परीक्षा देनी हो उस सन को उसमे जोड़ दे। जिस भी तारीख को परीक्षा आरम्भ हो ,तारीख की संख्या को उसमे से घटा दे जो फल प्राप्त हो उसे 5 से भाग दे और देने के उपरांत यदि शेष : -
1 या 0 हो तो सफलता मिलेगी
2 या 4 हो तो असफलता मिलेगी
3 शेष रहने पर परीक्षा अधूरी अथवा किसी कारण नहीं भी दी जा सकती है 

Tuesday, 25 December 2012

शादी कब तक होगी

यह प्रश्न जानने के लिए लड़का अथवा लड़की के नाम के अक्षर गिनकर 9 से गुना करे और फल में प्रश्न  करने की तारीख +महिना +वर्ष की संख्या जोड़ दे जो फल प्राप्त हो उसे 4 से भाग दे यदि शेष 
1 हो तो शादी ग्रह दोष के कारण एक वर्ष बाद होगी 
यदि शेष 2 हो तो मंगल, गुरु दोष के कारण शादी में विलम्ब  होगा 
यदि शेष 3 हो तो विवाह उसी वर्ष हो सकता है। कोशिश करते रहे 
यदि शेष 4 या 0 हो तो कोई उपरी शक्ति  शादी बाधा पंहुचा रही है उपाय करे।

कार्य सिद्धि प्रश्न

कार्य सिद्धि  प्रश्न  जानने के लिए एक सरल विधि दी जा रही है इसके लिए कुंडली और ग्रह  स्थिति की आवश्कता नहीं होती है
1.कार्य होगा या नहीं - जानने के लिए संख्या 1 से 108 तक कोई भी संख्या चुने जो संख्या मन में आये उसे 12 से भाग दे, यदि शेष 2,6,11,0 हो तो कार्य सिद्ध होगा 
यदि शेष 1,3,7,9  आये तो कार्य सिद्धि देर से होगी
यदि शेष  4,5,8,10 आये तो कार्य सिद्धि नहीं होगी
* इस विधि का उपयोग मनोरंजन के लिए नहीं क्या जाना चाहिए 

ग्रहों से पूर्व जन्म ज्ञान

जब कोई ये पूछता है की जातक किस लोक से आया है और म्रत्यु के बाद किस लोक जायेगा उसका उत्तर देने के लिए नीचे लिखी बातो को समझना होगा 

1.सूर्य मंगल मृत्युलोक के स्वामी है 
2. शुक्र चन्द्र पितृलोक के स्वामी है 
3.बुध पाताल  लोक का स्वामी है 
4.गुरु स्वर्ग लोक का स्वामी है 
5. शनि नर्क लोक का स्वामी है 

यदि अष्टम भाव में कर्क का ,धनु का ,मीन का गुरु होगा तो जातक मृत्यु के बाद स्वर्ग लोक जायेगा
इसी प्रकार से सभी ग्रहों का अष्टम तथा द्वादस भावो से पूर्वजन्म की बात जाननी  चाहिए 
  आपकी राशी 
यदि किसी  व्यक्ति को अपने जन्म का ठीक समय और स्थान नहीं पता है तो वो केवल माह और तारीख से अपनी राशी के बारे में जान सकता है यह सूर्य राशी भारतीय मतानुसार होगी 
जन्म तारीख                                               राशी                                                       राशी स्वामी 
13 अप्रैल से 13 मई                                    मेष                                                          मंगल 
14 मई  से  13 जून                                     वृष                                                           शुक्र 
14 जून से 15 जुलाई                                  मिथुन                                                       बुध 
16 जुलाई से 15 अगस्त                              कर्क                                                         चन्द्र 
16 अगस्त से 15 सितम्बर                         सिंह                                                          सूर्य 
16 सितम्बर से 15 अक्टूबर                        कन्या                                                       बुध 
16 अक्टूबर  से 15 नवम्बर                          तुला                                                         शुक्र 
16 नवम्बर से 15 दिसम्बर                        वृश्चिक                                                      मंगल 
15 दिसम्बर से 13 जनवरी                         धनु                                                            गुरु 
14 जनवरी से 13 फरवरी                            मकर                                                         शनि 
14 फरवरी से 13 मार्च                                 कुम्भ                                                         शनि 
14 मार्च से 12 अप्रैल                                    मीन                                                          गुरु